पदबंध (pharse )


आपने पढ़ा कि स्वतंत्र और सार्थक ध्वनि समूह को शब्द कहते है, जबकि वाक्य में प्रयुक्त उसका व्यावहारिक और अनुशासित रूप पद कहलाता है । पदो का व्यवस्थित समूह वाक्य कहलाता है । अब हम पद और वाक्य के बीच की एक और व्याकरणिक इकाई की संकल्पना पर विचार कर रहे है । आधुनिक भाषाओं के व्याकरण में पदबंध का विशेष स्थान है । 

वाक्य में प्रायः अकेला पद कुछ व्याकरणिक कार्य संपन्न करते देखा जाता है । 

जैसे -    बालक पलंग से गिर पड़ा । 

            हाथी सैनिकों द्वारा पकड़ लिया गया । 

            बेटे ने मेरे लिए घड़ी भेजी है । 

उपर्युक्त तीनो वाक्यों में क्रमशः  'बालक', 'हाथी' और 'बेटे' संज्ञाएँ कर्ता का व्याकरणिक कार्य पूर्ण कर रही है जबकि तीसरे वाक्य में 'घड़ी' संज्ञा कर्म का । 

आप इन वक्यों का नया रूप देखिए : 
  • कमरे में सोता हुआ बालक पलंग से गिर पड़ा । 
  • जंगल में रहने वाला पागल हाथी सेनिकों द्वारा पकड़ लिया गया ।
  • मेरे अमेरिका वाले बेटे ने मेरे लिए घड़ी भेजी है । 

प्रथम उदहारण समूह के पहले वाक्य का कर्ता 'बालक' था; किन्तु द्वितीय उदहारण-समूह  के पहले वाक्य में यह  व्याकरणिक कार्य 'कमरे में सोता हुआ बालक' के द्वारा पूर्ण हो रहा है । 'बालक' एक पद है और 'कमरे में सोता हुआ बालक' अनेक पदो का बंध समूह अथवा बंध अर्थात पदबंध है । 

इसी प्रकार दूसरे वाक्य में 'जंगल में रहने वाला पागल हाथी' और तीसरे वाक्य में 'मेरे अमेरिका वाले बेटे ने' पदबंध है । 

परिभाषा :  वाक्य में प्रयुक्त विभिन्न पदों के समूह को पदबंध कहते है । 


पदबंध के भेद :


पदबंध मुख्य रूप से 5 प्रकार के होते है - 

  • सर्वनाम पदबंध (pronoun phrase )
  • विशेषण पदबंध (adjective phrase )
  • क्रिया पदबंध (verb phrase )
  • अव्यय पदबंध (indeclinable phrase )

संज्ञा पदबंध -  जो पदबंध वाक्य में संज्ञापद का कार्य करते हैं, वे 'संज्ञा पदबंध' कहलाते है। 

जैसे -  आजकल बाजार में बहुत मीठे संतरे आ रहे है ।

          परिश्रम करने वाला छात्र परीक्षा में उत्तीर्ण होगा । 

उपर्युक्त उदाहरणो में क्रमशः 'बहुत मीठे संतरे', 'परिश्रम करने वाला छात्र', संज्ञा पदबंध है । 


सर्वनाम पदबंध -  जो पदबंध वाक्य में सर्वनाम का कार्य करते है, वे सर्वनाम पदबंध कहलाते है। 

जैसे -  मेरे बचपन का साथी मोहित डॉक्टर है । 

        कक्षा में शोर मचाने वाले तुम आज क्यों चुप हो ?

उपर्युक्त उदाहरणो में क्रमशः 'मेरे बचपन का साथी', 'कक्षा में शोर मचाने वाले तुम' सर्वनाम पदबंध है । 


विशेषण पदबंध -   जो पदबंध वाक्य में विशेषण (संज्ञा, सर्वनाम की विशेषता बताना  ) का कार्य                                                   करते है, वे विशेषण पदबंध कहलाते है। 

जैसे -  राहुल बहुत नेक, ईमानदार तथा परिश्रमी बालक है । 

          मुझे दो किलो पीसी हुई लाल मिर्ची चाहिए । 

उपर्युक्त उदाहरणो में क्रमशः 'बहुत नेक, ईमानदार तथा परिश्रमी', 'दो किलो पीसी हुई लाल मिर्ची', विशेषण पदबंध है । 


क्रिया पदबंध -  एकाधिक क्रियापदों से बने वाक्य क्रिया पदबंध कहलाते है। 

जैसे -  लड़के हॉकी खेलते रहे होंगे । 

          बच्चा दूध पीकर सो गया । 

उपर्युक्त उदाहरणो में क्रमशः 'खेलते रहे होंगे', 'पीकर सो गया' क्रिया पदबंध है । 


अव्यय पदबंध -  जो पदबंध वाक्य में अव्यय का कार्य करते है, वे अव्यय पदबंध कहलाते है। 

जैसे -  वह बहुत देर तक तुम्हारी प्रतीक्षा करता रहा । 

          स्टेशन के चारों ओर तेज रोशनी का प्रबंध है । 

उपर्युक्त उदाहरणो में क्रमशः 'बहुत देर तक', 'स्टेशन के चारों ओर' अव्यय पदबंध है । 

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